Tulsi Vivah Vrat Katha | तुलसी विवाह व्रत कथा
तुलसी विवाह तिथि
26वाँ
नवम्बर 2020
Thursday / गुरूवार
द्वादशी तिथि प्रारम्भ – नवम्बर 25, 2020 को 29:10+ बजे
द्वादशी तिथि समाप्त – नवम्बर 27, 2020 को 07:46 बजे
तुलसी विवाह व्रत कथा
प्राचीन काल में एक जलंधर नाम का असुर था। जिसका विवाह वृंदा नाम की कन्या से हुआ। वृंदा भगवान विष्णु की भक्त थीं। वहीं वृंदा पतिव्रता भी थी। इसी कारण जलंधर अजेय हो गया। वहीं असुर जलंधर को इस बात का घमंड भी हो गया। इसके बाद वह स्वर्ग की कन्याओं को परेशान करने लगा। जब सभी देवता इस बात से दुःखी हो गए तो वह भगवान विष्णु की शरण में पहुंचे।
भगवान विष्णु ने अपनी माया से जलंधर का रूप धारण कर लिया। उन्होंने छल से वृंदा के पतिव्रत धर्म को नष्ट कर दिया। इसके बाद असुर जलंधर की शक्ति क्षीण हो गई। एक युद्ध में जलंधर मारा गया। जब वृंदा को भगवान विष्णु के छल का पता चला तो वो क्रोधित हुईं और उन्होंने भगवान विष्णु को पत्थर का बन जाने का शाप दे दिया। देवताओं की प्रार्थना पर वृंदा ने अपना शाप वापित तो ले लिया लेकिन भगवान विष्णु अपने किये पर काफी लज्जित थे। अतः वृंदा के शाप को जीवित रखने के लिए उन्होंने अपना एक रूप पत्थर रूप में प्रकट किया जो शालिग्राम कहलाया।
भगवान विष्णु को दिया शाप वापस लेने के बाद वृंदा जलंधर के साथ सती हो गई। वृंदा के राख से तुलसी का पौधा उगा। वृंदा की मर्यादा और पवित्रता को बनाए रखने के लिए देवताओं ने भगवान विष्णु के शालिग्राम रूप का विवाह तुलसी से कराया। बस इसी पौराणिक घटना को याद रखने के लिए हर साल कार्तिक शुक्ल एकादशी यानी देव प्रबोधनी एकादशी के दिन तुलसी का विवाह शालिग्राम के साथ कराया जाता है।
भगवान विष्णु ने वृंदा से कहा कि तुम अगले जन्म में तुलसी के रूप में प्रकट होगी और लक्ष्मी से भी अधिक मेरी प्रिय रहोगी। तुम्हारा स्थान मेरे शीश पर होगा। मैं तुम्हारे बिना भोजन ग्रहण नहीं करूंगा। यही कारण है कि भगवान विष्णु के प्रसाद में तुलसी अवश्य रखा जाता है। बिना तुलसी के अर्पित किया गया प्रसाद भगवान विष्णु स्वीकार नहीं करते हैं।
Tulsi Mantra
Tulsi Aarti
How to do Tulsi Vivah Vrat Katha
तुलसी विवाह व्रत कथा का पाठ
To get the best result you should do Tulsi Vivah Vrat Katha ( तुलसी विवाह व्रत कथा ) in the evening after taking bath and in front of Lord Krishna Idol and Tulsi Plant.
Benefits of Tulsi Vivah Vrat Katha
गोपाष्टमी की कथा के लाभ
According to Hindu Mythology doing Tulsi Vivah Vrat Katha is the most powerful way to please Lord Krishna and get his blessing.
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार तुलसी विवाह व्रत कथा करने से krishna बहुत प्रसन्न होते है और सारे संकट दूर करके जीवन खुशियों से भर देते है ।
Tulsi Vivah Vrat Katha in Tamil/Telgu/Gujrati/Marathi/English
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